Election campaign अर्थात चुनाव प्रचार, 2014 में जब से Narendra modi की अगुवाई में BJP ने Election campaign करवाई है तब से मानो ये सभी नेता,सभी दलों के लिए आवश्यकता बन गई है। Election campaign भी पहले ठीक उसी विवाह की तरह हुआ करती थी जहाँ चाचा, फूफा, मौसा जैसे अन्य कई रिश्तेदार खुद ही सारा काम कर लिया करते थे लेकिन उस विवाह की modernisation में जैसे Wedding planners की एंट्री हुई है ठीक उसी प्रकार, उससे कहीं अधिक दायित्व के वहन करने के उद्देश्य से आज Election campaigners की एंट्री हुई है।
Election campaign क्या है ?
मान कर चलिए आप Election में खड़े हो रहे हैं, आपके पास खर्च करने को पैसा तो है लेकिन आपको ये पता नहीं है कि इसे कैसे करना है, कहाँ करना है और कब करना है। और इसी समस्या का समाधान है Election campaign , आप उनसे डील करिये और आपको आपकी बजट के अनुसार वो काम मुहैया कराएंगे।
Election Campaign में क्या क्या होता है?
Election campaign एक बहुत ही विस्तृत क्षेत्र है , इसमें Campaigners आपके सीमा में पड़ने वाले हर घर तक आपकी साकरात्मकता पहुँचा सकते हैं अगर वो अच्छे हैं और आपके साथ उनकी अच्छी डील हुई है तो।
मैं कुछ मुख्य चीजों के बारे में बताता हूँ जो कि Election Campaign में होती है।
- Ground Campaign.
- Survey- इसमें आपके Campaigners की टीम आपके क्षेत्र में पड़ने वाले विभिन्न स्थानों पर जाएंगे और आपके क्षेत्र में आपकी स्थिति क्या है और औरों की स्थिति क्या है का आंकलन करेंगे।
- Team building- चुनाव का हर एक काम कार्यकर्ता पर निर्भर करता है, इसलिए इनकी संख्या और तत्प्रता हमेशा मायने रखती है। आगर आपके पास उचित संख्या में कार्यकर्ता हैं तो आपका पलड़ा भारी हो सकता है और Campaigners इस काम को काफी प्राथमिकता देकर करते हैं।
- Strategy Creation- Survey और Team building के बाद उचित आंकलन और Data analysis कर के वो कैंडिडेट के लिए प्रभावकारी Strategy बनाते हैं और ऐसे ही Strategies को Election के अंत तक जारी रखते हैं।
- Ground events- Survey के बाद आई परिणाम के अनुसार आपकी छवि को सकारात्मक बनाने के लिए वो आपके क्षेत्र में कई तरह के Events करते हैं जिससे आम जनता आपके साथ जुड़ते चले जाएं और आपका पक्ष भारी पड़ता चला जाये।
- Volunteer training- Campaigners आपके कार्यकर्ता को Election के लिए उचित training देते हैं ताकि वो बनाये गए स्ट्रेटेजी पर काम कर सके और हर एक प्लान को सफल बना सके, इस ट्रेनिंग में Booth management भी शामिल होती है।
ऊपर दिए गए उदाहरण की तरह ही जरूरत के अनुसार वक़्त वक़्त पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
2. Social media campaign -
आज के समय में किसी भी Campaign का मुख्य पिलर Social media पर टिका होता है, Social media किसी की छवि को बेहतर भी बना सकती है और बेकार भी, इस लिए चुनाव प्रचार में इस बात का खास ध्यान रखा जाता है कि Social media पर अपना पक्ष भारी रहे , अर्थात Campaigner कोशस करते हैं कि उनके Candidate का Image सोशल मीडिया पर पूर्णतः साकरात्मकत रहे।
- Image building - Social media के सहारे हर एक मंच पर Candidate का सिर्फ और सिर्फ सकारात्मक पहलू दिखाया जाता है,आगर कुछ नकारात्मकता भी है तो इसको एक मोड़ देकर हर सम्भव कोशस किया जाता है अपने पक्ष में ढालने की।
- Attacking on opponent- Campaigner अपने विपक्ष पर पुरजोर हमला करते हैं चाहे उनका निजी चरित्र हो या ग़ैरनिजी कार्य , उनकी छवि को दागदार बनाने की हर सम्भव कोशस की जाती है चाहे जैसे भी हो। उदाहरण के रूप में आप पाएंगे कि आज Rahul gandhi महज एक हास्य के पात्र बन कर रह गए हैं और इसमें उनकी गलती नहीं है बल्कि उनके Opponent का Social media पर इतना बेहतरीन पकड़ है कि Rahul gandhi के छवि को इस तरह से बना दिया गया है, कभी आधे अधूरे भाषण को दिखाकर तो कभी कई स्टेटमेंट्स को तोड़ मरोड़ कर पेश कर के। ये सब एक Campaigner का कार्य है।
- अपने Vision को दिखाना - जनता को सपना देखना काफी पसंद है , यहाँ नेता के लक्ष्यों को दिखाया जाता है कई प्रचार कर ताकि लोग उनकी विचार धारा से जुड़े उसका समर्थन करे। और इसका एक फेक पहलू भी होता है जैसे कि आगर आपको बोल दिया जाए की आप मुझे जिताओ मैं आपको इतने पैसे दूंगा तो आपके मन में चलने लगे जाएगी कि इसको जिता कर देखते हैं क्या पता वाकई में ये पैसा दे दे, और आपका झुकाव उसकी ओर बढ़ने लगे जाती है।
- Fake news - याद करिये जब Assembly की Election हो रही थी तो BJP के समर्थकों के पेज पर आपको कई अजीबो गरीब खबर दिख रही होगी, जैसे की vijay malya बस कुछ ही दिनों में आने ही वाला है , Black money की सारी लिस्ट मिल चुकी है अब Black money आ जायेगी ऐसे कई खबर आपको देखने को मिले होंगे और हो सकता है कि इनमें से कई खबर के बारे में खुद BJP को खबर न हो क्यों कि ये सारी अफवाह Campaigners के द्वारा एक जोशीला माहौल बनाने के लिए किया जाता है ताकि जनता हमारे पक्ष में सकारात्मक सोच रखे और सपोर्ट करे।
ये सब महज कुछ उदाहरण थे कि इसमें काम कैसे होती है जगह और परिस्थिति के अनुसार प्लान भी बदलती है।
Social media और Ground media चुनाव प्रचार के दो मुख्य स्तंभ है, और इन्हीं दो स्तंभ में ईंटों के रूप में Stratigies होते हैं जो इस स्तम्भ को मजबूत करते चले जाते हैं।
Election campaign में कितना खर्च होता है ?
ये अनन्त है , ये पूरी तरह से Candidate पर निर्भर करता है कि उसे क्या चाहिए और कितने दिनों के लिए चाहिए। Candidate की जरूरत के अनुसार Campaign में विभिन्न कार्यों को जोड़ा जाता है और उसके शुल्कों को शामिल किया जाता है फिर भी अगर एक आम शुल्क की बात की जाए तो ये 15 लाख से 25 लाख तक हो सकती है जिसमें आपकी 8-10 महीने तक की Campaign शामिल होती है।
Election Campaign की सलाह के लिए आप नीचे सम्पर्क कर सकते हैं।
Election campaign क्या है? किंगमेकर की पूरी रहस्य पढ़ें।
Reviewed by Story teller
on
सितंबर 10, 2020
Rating: