sushant singh rajpoot movies - तीन बेहतरीन फिल्में और उनकी कहानियां

Sushant singh rajpoot file photo


चलिए हम दिग्गज अभिनेता Sushant Singh Rajpoot की उन बेहतरीन Movies की ओर चलते हैं जिसकी वजह से आज पूरा भारत उनकी मौत को पर्दाफाश करने के लिए लगा हुआ है।

                       Sushant singh rajpoot भले हमारे बीच न हो लेकिन उनकी फिल्में, उनके शानदार अभिनय हमेशा हमारे जहन में जिंदा रहेगी।


1. Suddh desi romance.


वर्ष - 2013

प्रोडक्शन हाउस- YRF

मुख्य कास्ट - sushant singh rajpoot , Vani kapoor , Pariniti chopra

कुल लागत - 20 करोड़

कुल कमाई - 46.45 करोड़

Suddh desi romance story 

ये कहानी युवाओं की चंचल मानसिकता को दर्शाती है इस फ़िल्म में रघु यानी Sushant singh rajpoot की शादी तारा यानी कि वाणी कपूर से होने वाली होती है। 
                    शादी के दौरान जब बारात जा रही होती है तो वहाँ गायत्री यानी की परिणीति चोपड़ा भी मौजूद होती है यानी साथ जा रही होती है। अब देखो कहावत है ना कि मोबाइल फोन खरीदने और शादी करने के कुछ वक़्त के बाद महसूस होता है कि काश थोड़ी देर रूक लिए होते दूसरी इससे खतरनाक मिल गई होती , और इस फ़िल्म में सुशांत सिंह को बारात जाते वक्त ही ये महसूस हो गई। बात है कि बारात जाते वक्त रघु और गायत्री खूब बात करते हैं और रघु - गायत्री की बातों से इतने प्रभावित होता है कि उससे प्यार करने लग जाता है और अंत में वो मंडप से ही भाग जाता है बिना किसी को खबर किये ।
                अब रघु यानी Sushant singh rajpoot गायत्री यानी Pariniti chopra के साथ लीव इन रिलेशनशिप में रहने लगे जाते हैं , मतलब हिम्मत देखो लड़के की शादी के मंडप से भाग शादी में आई हुई लड़की के साथ लीव इन में रह रहा है। खैर दिन बीतते गए एगदम प्यार मोहब्बत के साथ , फिर रघु और गायत्री शादी करने का प्लान करते हैं लेकिन इस बार गायत्री कहीं अचानक से गायब हो जाती है अब रघु को यहाँ "जैसे को तैसा" वाली फीलिंग आ रही होगी।
              खैर लड़के हैं पहली के जाने का दुख तब तक ही होता है जब तक दूसरी मिल नहीं जाती । रघु के केस में थोड़ा उल्टा हुआ दूसरी के जाने के बाद फिर पहली मिल गई यानी गायत्री के जाने के बाद फिर तारा मिल गई । 

           और एक चीज लेखक होने के नजरिये से मैं बता रहा हूँ कि भाई इस फ़िल्म में Vani kapoor इतनी प्यारी दिख रही है,इतनी प्यारी दिख रही है कि मन कर रहा किडनी बेच कर Iphone गिफ्ट कर दूँ, लेकिन मेरे दोनों किडनी में प्यार मोहब्बत है, एक बेचूंगा तो दूसरी जान दे देगी, और मुझे अभी ज़िंदा रहना है। 
                      खैर कहानी की ओर चलते हैं, अब तारा के मिल जाने के बाद रघु को महसूस होता है कि यार हम तो अच्छा प्रोडक्ट को छोड़ दिये थे और फिर धीरे धीरे रघु को तारा से प्रेम हो जाता है अब इनलोगों के प्यार मोहब्बत की सिलसिला जो थोड़ी अलग टाइप से दिखाई गई है चल रही होती है और फाइनल डेस्टिनेशन पर आने वाली होती है लेकिन फ़िल्म के लेखक को सुकूँ नहीं थी , अब फिर वापस गायत्री की एंट्री रघु के जीवन में मास्टर बल्ब की तरह होने लगी....

अब कहानी पूरी नहीं लिखुंगा वरना जोहर के लोग कॉपी राइट भी कर देंगे खुन्नस में और आपका फ़िल्म देखने का मजा भी खराब हो जाएगा।
              और अंत में मैं बता दूं कि ये मेरी पसंदीदा फिल्मों में से एक है।

2. Kaai po che


वर्ष- 2013

प्रोडक्शन हाउस - UTV Motion pictures

कास्ट - Sushant singh rajpoot , Rajkumar YadavAmit sadh , Amrita puri.

कुल लागत - 30 करोड़

कुल कमाई - 97 करोड़


Kaai po che Story 


ये गुजरात में रह रहे तीन दोस्तों की कहानी है , ईशान (Sushant Singh rajpoot) गोविंद (Rajkumar rao) और ओमकार/ओमी ( Amit sadh) ।
                   तीनों मित्र बड़े महत्वाकांक्षी हैं , ये कुछ अच्छा बिज़नस करने का प्लान करते हैं , और फ़िल्म में करीबन वर्ष 2000 की कहानी दिखाई गई है जब उन तीनों मित्रों के पास बेहतरीन विकल्प थी काम शुरू करने की। 
                 ये सब मिलकर cricket acedemy खोलते हैं जिसका संचालन ईशान करता है जो कि डिस्ट्रिक्ट लेवल का खिलाड़ी था लेकिन राजनीतिक कारण वश वो आगे नहीं जा पाया । ईशान को एक अली (दिग्विजय देशमुख) नामक बच्चा मिलता है जिसके पास एक बेहतरीन स्किल होता है जो रेयरली किसी के पास मौजूद हो।
                        चुकी ईशान और गोविंद दोस्त थे इसलिए ईशान ने अपनी बहन विद्या(Amrita puri) को ट्यूशन पढ़ाने के लिए कहा गोविंद से , शुरू में गोविंद ने काफी मना किया लेकिन अंत में वो राजी हो गया....पढ़ाई की शिलशिला आखिर प्यार में तब्दील हो गई, ईशान को ये खबर नहीं थी कि वो कब का दोस्त से शाला बन चुका है।

                       अब गोविंद अपने काम का दायरा बढ़ाना चाहता था इसलिए उसने नजदीक बन रहे एक मॉल में दुकान खोलने का फैसला लिया और चुकी इसके लिए बहुत पैसे की आवश्यकता थी, इसलिए इस काम के आगे बढाने के लिए गोविंद के मित्र ओमकार ने अपने मामा बिट्टू जोशी (मानव कौर) जो की एक नेेता थे से पैसों  मदद ली

                            लेकिन 2001 में आई भूकंप से वो मॉल ही गिर गई जिसपर गोविंद ने पैसा लगाई थी जो कि ओमी के मामा बिट्टू से आई थी, अब पैसा वसूली के लिए बिट्टू ने ओमी को अपने साथ रख लिया ताकि वो काम कर कर के पैसा वसूल करे। 
           जब 2001 में भूकंप आई तो बिट्टू की पार्टी राहत सामग्री बांट रही थी लेकिन वो मुस्लिम को नहीं दे रहे थे इस कारण ईशान और ओमी में बकझक हो गई और उनकी बात चीत बंद हो गई। और फिर ये बात तब शुरू हुई जब भारत ऑस्ट्रेलिया के साथ मैच जीत जाता है।
                       अब कहानी में खतरनाक घटनाएं घटने वाली है।
            ओमी पूरी तरह से पार्टी जॉइन कर लेता है , 2002 में बिट्टू कुछ कारसेवकों को अयोध्या भेजता है जिसमें ओमी के माता पिता भी होते हैं , लकी। वापस आते वक्त 27 फ़रवरी 2002 को गोधरा कांड की खबर मिलती है जिसमें मुस्लिमों ने कारसेवकों के डब्बे को जला दिया था।
                       ओमी पूरी तरह टूट चुका था लेकिन बिट्टू ने उसके अंदर बदले का ज्वाला दहकाय और फिर मुस्लिमों पर बदले की आग बरसाने लगे। उधर ईशान और गोविंद अली के घर में छिपे थे इस मार काट से बचने के लिए ।
                   इधर बिट्टू अली के पिता नासीर का पीछा कर रहा था उसे मारने के लिये लेकिन नासीर अपने बचाव में बिट्टू को मार देता है और अली को लेकर उसी घर में चला जाता है जहाँ गोविंद और ईशान मौजूद होते हैं, अब ओमी और भी क्रोधित हो जाता है और अपने मामा का बदला लेने लिए पागल सा नासीर और अली को ढूंढता है हाथ में बंदूक लिए।
               इधर ईशान को अपनी बहन और गोविंद की प्रेम कहानी पता चल जाती है मोबाइल के मैसेज से और वो गोविंद को घूरना शुरू कर देता है। 
                      आखिर ओमी बन्दूक लिए इस घर में घुस अली और नासीर को मारने की कोशिश करता है और ईशान एवं गोविंद समझाने की कोशिश करते हैं। आखिर में ओमी बन्दूक से निशाना लगा अली की ओर गोली चलाता है लेकिन ईशान वो गोली अपने पर ले लेता है।

अब 8 वर्ष के बाद ओमी जेल से बाहर निकलता है (ये कहानी शुरू में ही दिखाई जाती है)
तत्कालित कहानी में गोविंद और विद्या का एक बेटा होता है जिसका नाम वो ईशान रखते हैं। ओमी विद्या से माफी मांगता है जिसे वो माफ कर देती है।

यही थी कहानी की अंत इसके दिग्गज अभिनेता अपनी अभिनय से आपको मंत्रमुग्ध कर देंगे।


M.S Dhoni : The untold story.




वर्ष- talktalk webmail

वर्ष- 2016

प्रोडक्शन हाउस- For fox studios

कास्ट - Sushant singh rajpoot , Kiara aadvani, Disha pathani

कुल लागत- 104 करोड़

कमाई - 216 करोड़

M.S Dhoni : The untold story. कहानी

ये कहानी आपको खुद देखनी चाहिए , इसमें झारखंड की राजधानी राँची में रहने वाले एक मध्यम वर्ग के बच्चे (माही) की कहानी है जन्म उसकी 1981 में होती है उसके पिता पान सिंह बड़े कन्फ्यूज्ड दिखते हैं कि ये लड़का होगा या लड़की।

      आखिर वो लड़का था माही, माही बचपन बचपन में फुटबॉल खेलना काफी पसंद करता है लेकिन उसके स्कूल के खेल मास्टर उसके अंदर के हुनर को देखते हुए उसे स्कूल के क्रिकेट टीम में विकेटकीपर बना देते हैं माही की बार बैटिंग करने की कोशिश करता है लेकिन उसके शिक्षक उसे ये करने की इजाजत नहीं देते लेकिन छुप छुप कर वो ऐसा करता है।
                   धीरे धीरे माही बड़ा होता है और वो अपने दोस्तों संग काफी क्रिकेट खेलता है, उसके दोस्तों में एक रंजीत होता है जो उसे हेलीकॉप्टर शॉट सिखाता है।
                    माही को आगे खेलने के लिए उसके दोस्त काफी मदद करते हैं मानसिक और आर्थिक दोनों रूप से खासकर एक पंजाबी दुकानदार।
                       धीरे धीरे ये लड़का उच्चे स्तर का क्रिकेट खेलने लग जाता है, इसी के दौरान माही को रणजी ट्रॉफी खेलने की अवसर मिलती है लेकिन वी दुर्भाग्य वस पहुँच नहीं पाता।
 लेकिन ये अच्छा खेलना एक वक़्त के लिए खराब होता है क्यों कि उसे स्पोर्ट्स कोटा के तहत रेलवे में नौकरी मिल जाती है जो कि उसे पसंद नहीं आती। रेलवे में रहने के दौरान वो क्रिकेट खेलते रहता है , एक बार बिहार और पंजाब की मैच होती है जिसमें उसका सन युवराज सिंह जो नकाब से खेल रहे होते हैं से होता है और धोनी युवराज से हार जाता है यहां युवराज और धोनी में थोड़ी खटास दिखती है। ज्ञात रहे कि युवराज की पिता अक्सर धोनी पर आरोप लगाते रहे हैं कि धोनी ने युवराज के करियर को खराब कर दिया।

                           अब स्टेशन की असन्तुष्टि से वो इस नौकरी को छोड़ घर आ जाता है और क्रिकेट में लग जाता है आखिर उसे धनबाद शहर में खेलते वक़्त उसका चयन राष्ट्रीय टीम में हो जाता है। अपने टीम में जाने के बाद शुरूवाती दौर में कुछ खास नहीं कर पाता। एक बार वो फ्लाइट में अपने टीम के साथ सफर कर रहा होता है। वहीं उसे एक लडकी मिलती है प्रियांका झा, इससे धोनी की मुलाकात अजनबी के रूप में होती है। लकली धोनी अगले मैच में सेंचुरी मार देते हैं और इनकी प्रेम कहानी शुरू होती है, कुछ समय में धोनी कप्तान भी बना दिये जाते हैं।
               लेकिन दुर्भाग्य वश प्रियंका का एक्सीडेंट हो जाता है और मृत्यु हो जाती है यहाँ धोनी पूरी तरह टूट जाते हैं , कुछ समय में उनकी T20 की मैच शुरू होने वाली होती है , और इधर प्रेमिका की मौत का सदमा काफी गहरा होता है जो कि स्वाभाविक है।
         लेकिन धोनी T20 वर्ल्ड कप में भारत की अगुवाई करते हुए इसे जीत कर भारत को सौंप देते हैं।
                इसी के बाद वो एक होटल में साक्षी से मिलते हैं जिससे उनकी शादी हो जाती है।
                  इसी प्रकार 2011 में विषम परिस्थिति बनने के बावजूद वो अपने सहयोगियों संग खतरनाक रनों की बारिश करते हुए वर्ल्डकप जीत जाते हैं।

                           
                   

sushant singh rajpoot movies - तीन बेहतरीन फिल्में और उनकी कहानियां sushant singh rajpoot movies - तीन बेहतरीन फिल्में और उनकी कहानियां Reviewed by Story teller on अगस्त 25, 2020 Rating: 5
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