यूँ तो हमारी ब्रेकअप को करीबन तीन वर्ष हो गए, बेषक बीतते हर लम्हें के साथ, साथ बिताई हुई यादें धुंधली पड़ने लग जाती है और फिर तीन वर्ष बहुत मायने रखते हैं।
मेरे बीते तीन वर्षों ने न जाने कितने ब्रेकअप पैचअप सहे हैं लेकिन अब इन रिश्तों के जुड़ने या बिखरने से फर्क नहीं पड़ता, क्यों की पहली बार दिल टूटने के बाद किसी से मैंने कभी कोई उम्मीद नहीं कि, अब हृदय मानो किसी कठोर पत्थर सा, सर्दी, गर्मी, बारिष में शिथिल पड़ा हुआ है जिसके भीतर अब कुछ है नहीं शिवाय कठोरता के।
2017 की अगस्त माह थी वो तारीखें थोड़ी धुंधली पड़ रही है लेकिन शायद वो तीन अगस्त थी जब मेरी उम्मीदों ने आखिरी साँस ली थी, तीन अगस्त जन्म दिन भी है उसकी। यकीन मानिए बड़ा मुश्किल होता है जान को जहन से निकालना, पर कहते हैं ना वक़्त की मरहम सारे जख्मों को भर देती है, मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ।
आज दिन भर अपने काम में उलझने के बाद मैंने अभी करीबन रात के साढ़े दस बजे थोड़ी राहत की साँस ली। मैं अपने गूगल ड्राइव में एक रिपोर्ट तलाश रहा था, हालांकि उस रिपोर्ट की मौजूदगी सुनिश्चित नहीं थी, फिर भी मेरी उंगलियां बारी बारी सारे फ़ोल्डर्स को रेंडमली खोल रही थी। कई फाइलें 2016 की खुली जिसमें कई दोस्तों के फोटोज थे, पुराने फोटोज को देख कर मन प्रफुल्लित हो उठा, होता भी क्यों न, जान थे और अब भी हैं वो सारे मेरे।
छान बिन का शिलिशिला चलता रहा, तभी न जाने कैसे मैंने एक फ़ाइल खोली जो की डॉक की थी, जिसे मैंने शायद 2016 या 17 में बनाया था। उसे खोलने के बाद वहाँ भी कई यादगार फोटोज को देखा कॉलेज की कई यादें एक साथ मंडराने लगी, मन में ये विचार उमड़ने लगी कि कितनी क्रूर है ना ये ज़िन्दगी भी, दोबारा मौका नहीं देती जीने को।
मन में कई अटपटी सी भावनाओं को समेटे है मैं अब भी अपना ड्राइव ही चेक कर रहा था। फिर मुझे एक पुरानी फोल्डर मिली जिसे खोल कर देखने के बाद मेरी खुशी की सीमा नहीं रहीज़ यूँ प्रतीत हो रहा था कि न जाने मैंने कौन सी खोई सम्पत्ति पाई हो, बिल्कुल उसी प्रकार जैसे वर्षों खोज के बाद मृग को कस्तूरी मिल गई हो।
अपनी भावनाओं को शब्दों के धागे में पिरोना मेरे लिए बिल्कुल संभव नहीं है लेकिन ये खोई खुशी का मिल जाना मेरे लिए बेहद प्यारी बात थी।
करीबन दो वर्ष पहले उसकी हर एक फोटोज खो चुका था मैं, काफी अफसोस हो रही थी की काश याद के तौर पर कुछ तो रखा होता।
आखिर दो वर्षों की लम्बी अफसोस के बाद आज वो है मेरे पास , मेरे साथ है...
फोटोज में ही सही !!