About mahatma gandhi history- आज मैं गांधी जी के जीवन का कुछ मुख्य बिंदु बताने जा रहा हूँ, हाँ ये वही गांधी हैं जिन्होंने पूरे विश्व को अहिंसा का पाठ पढ़ाया, आज़ादी में अहम भूमिका निभाई लेकिन अफसोस कि बात है कि आज के युवा व्हाट्सएप्प और फेसबुक में फैले चंद अफवाह और कुछ अधूरी खबरों को पढ़ कर एक संकीर्ण मानसिकता बना लेते हैं, उन्हें ये अंदाज नहीं होता कि वो उस गांधी जी के विचारों और कार्यों के विरुद्ध सोच रहे हैं जिनका समस्त भारत फॉलोवर था, उनके एक आव्हान से हज़ारों लोग सड़क पर आ डट जाते थे।
सोचिये की क्या उस वक़्त भारत के लाखों लोग मूर्ख थे? सच ये है कि अभी का युवा मूर्ख बनता जा रहा है, व्हाट्सएप्प की चंद पंक्तियां पढ़ लेने के बाद उसे लग रहा कि वो सब जान गया है लेकिन हक़ीक़त में वो राजनीति और नकारात्मक सोच का शिकार होता चला जा रहा है।
अगर आज का युवा अपने स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में महज चंद पंक्ति पढ़ लेने से एक विचारधारा बना सकता है तो ये मान लीजिये की ये देश विकास नहीं विनास की ओर जा रहा है।
Mahatma gandhi statue in San Francisco |
Mahatma gandhi information-
महात्मा गांधी के जीवन की शुरूआत और अफ्रीका में उनके मुख्य कार्य
- गाँधी जी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात स्थित पोरबंदर में हुआ। इनका पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था।
- गोपाल कृष्ण गोखले को गांधी जी अपना आदर्श मानते थे।
- उन्होंने लॉ की ट्रेनिंग Inner temple London से ली।
- पहली बार 22 जून 1891 में उन्हें वकालत करने का मौका मिला।
- 1893 को वो अफ्रीका गए एक बिज़नेसमैन की वकालत करने के लिए।
- पहली बार अफ्रीका में हो रहे सिविल राइट में उन्होंने अहिंसा का मार्ग अपनाया।
- 1893-1914 के बीच गांधी जी अफ्रीका में एक वकील और सार्वजनिक कार्यकर्ता के रूप में भरपूर कार्य किये।
- 1894 में गाँधी जी को गोरों द्वारा एक ट्रेन से निकाल दिया गया था क्यों कि वो भारतीय थे, परिणाम स्वरूप उन्होंने नटाल इंडियन कांग्रेस के स्थापना की और गोरों के विरुद्ध अहिंसक प्रोटेस्ट शुरू किए।
- 1896 में वो साउथ अफ्रीका से थोड़े समय के लिए भारत आये थे और साथ में 800 भारतीयों को इकट्ठा कर लिए अफ्रीका के प्रोटेस्ट में साथ देने के लिए। हालांकि वापसी के वक़्त उनपर हमला भी हुआ जहाँ वो घायल भी हो गए थे।
- 1906 में उन्होंने पहला सत्याग्रह शुरू किए "ट्रांसवाल एसियाटिक आर्डिनेंस" के खिलाफ जो कि भारतीयों के लिए लाई गई थी। इस आर्डिनेंस को गाँधी जी ने ब्लैक एक्ट कहा था।
- 1908 में गांधी जो को सत्याग्रह के लिए जेल हुई,इन्हें बाद में एक अंग्रेज द्वारा छुड़ा लिया गया लेकिन बाहर में इनपर अटैक हुई और इन्हें ही वापस फिर जेल में डाल दिया गया, जिसके विरुद्ध वापस इन्होंने आंदोलन किया।
- गाँधी जी को अफ्रीका में आज भी एक रोल मॉडल के रूप में माना जाता है।
Mahatma gandhi and paramhansa yogananda ji maharaj |
About Mahatma gandhi history In India.
Mahatma gandhi in Africa.
महात्मा गांधी के भारत में कुछ मुख्य कार्य।
- 9 जनवरी 1915 को गांधी जी अपनी पत्नी के साथ भारत आये और इसी कारण 9 जनवरी को आज भी NRI दिवस मनाया जाता है।
- 1915 में ही गांधी जी ने भूमि सुधार हेतु किसान और मजदूरों को इकट्ठा किया ताकि मिलकर अंग्रेजों का विरोध किया जा सके।
- 1917 में गांधी जी ने निल श्रमिकों के लिए भारत में पहला आंदोलन किये जिसे "Champaran aandolan" कहा जाता है। इसी आंदोलन के फल स्वारूप अंग्रेजों को "चम्पारण अग्रारियन बिल" लाना पड़ा जिससे मजदूरों और भूमि मालिकों को काफी मदद मिली।
- 1918 में गांधी जी ने गुजरात में "खेड़ा सत्याग्रह" शुरू किए गुजरात में, क्यों कि उस वर्ष वहाँ अकाल पड़ी थी और अंग्रेज भूमि कर के दबाव बना रहे थे। विरोध के बाद अंग्रेजों को हार मानना पड़ा। इस सत्याग्रह में सरदार बल्लभ भाई पटेल का भी अहम किरदार था।
- 1920 में "हंटर कमीशन" को जालियाँ वाला बाग कांड की जाँच के लिये गठित किया गया था , गांधी जी ने इसके रिपोर्ट को "ऑफिसियल व्हाइट वाश" बोले और अंग्रेजों द्वारा ढ़ी गई "काशिर ऐ हिन्द" की पदवी को लौटा दिए।
- 1 मई 1920 को गांधी जी असहयोग आंदोलन शुरू किए और उसी वर्ष रॉलेट एक्ट आई थी , जिसका इन लोगों ने भारी विरोध किया। और अफसोस कि बात रही कि इस रॉलेट एक्ट के विरोध में अंग्रेजों द्वारा लाल लाजपत राय जी की हत्या भी कर दी गई थी।
- 1929 के लाहौर अधिवेषन में गांधी जी Congress के अध्यक्ष बनने वाले थे लेकिन नेहरू जी के पत्र रूपी आग्रह के फल स्वारूप उन्होंने खुद अध्यक्ष न बन कर नेहरू को बना दिये। और इसी में उन्होंने नमक कर के विरोध में दांडी चलो का आव्हान किये।
- 12 मार्च 1930 को गांधी जी "दांडी मार्च" आरम्भ किये मात्र 78 लोगों के साथ, यही भीड़ हज़ारों में तब्दील हो गई दांडी पहुँचते-पहुँचते।
- भगत सिंह को गांधी जी अपना बेटा मानते थे, उनकी फाँसी रुकवाने के मकसद से गांधी जी और भगत सिंह के पिता , भट सिंह से जेल में मिलने गए लेकिन भगत सिंह ने साफ मना कर दिया।
- भारत के बंटवारे के वक़्त गांधी जी भूख हड़ताल पर गए थे लेकिन तब बंटवारे की भूत लोगों और इतनी हावी हो गई थी कि गाँधी जी कि किसी पक्ष ने नहीं सुनी।
- नाथूराम गोडसे, गांधी जी के शिष्य थे, जब गोडसे से गाँधी जी को गोली मार तब गांधी जी को यकीन ही नहीं हो रहा था कि गोडसे ऐसा कर सकता है। मरने से पहले उन्होंने मौजूद लोगों से आग्रह किया को वो गोडसे को कुछ न करे ये उनका बच्चा है और किसी के द्वारा भड़का देने के कारण ऐसा किया है।
ये था गांधी जी के जीवन के कुछ अहम बिंदु , उम्मीद करता हूँ कि किसी भी वायरल एक फोटो अथवा एक खबर के आधार पर नकारात्मक अवधारणा न बना लें, बल्कि बातों को किताबों में गहराई से पढ़ें , फिर निर्णय लें।
Facts About Mahatma Gandhi history हिंदी में
Reviewed by Story teller
on
सितंबर 25, 2020
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