GST. ,जब 2017 में आने वाली थी तब मैं college में था और Engineering पूरा कर रहा था, देश में एक सकारात्मक बदलाव की आशा में मैं विपक्षियों से तगड़ा बहस करता , इस उम्मीद में कई GST के आने के बाद भारतीयों के जीवन में अच्छी बदलाव आएगी।
आखिर कर GST आई और अपने साथ ले आई एक बड़ी निराषा।
- Food - 5 %
- Credit Card Bills - 18%
- Entertainment - 28%
- Transport - 18%
- Household - 18%
- Mobile - 18%
- Medicine - 5% - 18%
भारत का कुछ मुख्य आंकड़ा
Poverty in India - 6.7 %
Poverty in India - 6.7 %
SOS का मानना है कि करीबन 68.8% Indians गरीबी रेखा से नीचे है क्यों कि 68.8% लोग प्रतिदिन $2 से भी कम में प्रतिदिन अपना काम चलाते हैं , 30% लोग प्रतिदिन 1.25 डॉलर से कम का खाना खाते हैं , 1.4m बच्चे प्रतिवर्ष 5 वर्ष की कम उम्र में मरते हैं, हालांकि इनकी डेटा सही है लेकिन आंकलन पूरी तरह सही नहीं है क्यों कि 2 डॉलर में भारत में 2kg आटा, 2kg चावल खरीदने के बाद भी 0.3 डॉलर के आसपास बच जाएंगे।
- Unemployment in India - 8.2%, ये सरकारी आंकड़ा है। लेकिन हकीकत में आंकड़ा इससे कहीं अधिक हो सकती है।
- Indian gov अपने GDP का 3.3% खर्च करती Health service पर। लेकिन अन्य देशों की औसत मापदण्ड निकालेंगे तो 2018 की डाटा के अनुसार उन्होंने कुल 8.8% तक खर्च किया था OECD (Organisation for Economic Co-operation and Development) पर सोचिये भारत इस health sector में कितना पीछे है, इस समस्या को GST से आगे जोड़ कर मैं बताता हूँ।
सोचिये जिस देश की Unemployment 8+ है , Poverty 6.7%+ है , जहाँ के बेरोजगार के लिए एक भी उचित Compensation मौजूद नहीं है, जहाँ की सरकार महज 3% Health sector पर खर्च कर रही है, वहाँ पर अगर सरकार Medicine के लिए 15% Tax लेना शुरू कर देगी , जिस उधोग को प्रोत्साहन देकर खड़ी करनी चाहिए उसके मशीनों पर 18% Tax लेना शुरू कर देगी तो क्या ये GST निम्न वर्ग के भारतीयों की मदद करेगा या नुकसान ?
आज भी जब दवाई खरीदी जाती है तो शुल्क पहले वाली ही होती है जिसपर TAX पहले से जुड़ी रहती है, लेकिन आज अलग से GST जोड़ कर एक मोटी रकम बना दि जाती है। हो सकता है कि ये स्थानीय अधिकारियों की गलती हो लेकिन अगर इससे जनता को नुकसान हो रही है तो क्या आपकी GST के होने का क्या मतलब है?
GST सबसे पहले 1954 में France में आई थी चलिए France के अभी की स्थिति को देखते हैं
◆Unemployment in France - 2% से कम।
◆Poverty in France - 10-14% के बीच।
◆ £665 दिया जाता है 10वर्ष से कम उम्र के गरीब परिवार के बच्चों को।
◆GST शुल्क 2-20% तक
अब सोचिये जिस देश ने GST को लाया है वो इतनी बेहतर स्थिति में होने के बावजूद भी भारत से कहीं कम शुल्क रखा है GST के लिए, शायद इसलिए क्यों कि उसे अपना खजाना भरने के बजाय लोगों की परवाह है।
चलिए और दूसरे देश की स्थिति देखते हैं
Japan
Unemployment in Japan - 2.4 %
Poverty in Japan - 15.7%
Expenditure on Health - 10.9 % of GDP
GST - 8-10%
आगर आपको पता नहीं तो बता दूँ की Japan की सरकार प्रतिवर्ष 100000 Yen या कमाई का 5% लेकर अच्छी स्वास्थ्य सेवा देती है जो कि लगभग 80-90% खर्च को कवर कर लेती है।
वहाँ की सरकार ने GST की शुरुवात 1997 में किया था और आज भी महज 8-10% ही शुल्क है।
लेकिन Indian government ने GST को 5-28% तक पहुँचा दिया।
Singapore
Unemployment in Singapore - 4.1 %
Poverty in Singapore - 43.4 %
Expenditure on health - 4.91% of GDP
GST Fee - 7%
Australia
Poverty in Australia - 13.6%
Unemployment in Australia - 7.4%
Expenditure on health - 9.6% of GDP
GST - 10%
China
Unemployment - 13.6%
Poverty - 1.7%
Health expenditure of China - 5.2% of GDP
Tax - 0-19%
सोचिये China लोकतांत्रिक देश नहीं होने के बावजूद भी जनता की परवाह करते हुए भारत के अपेक्षा काफी कम शुल्क रखा है। लेकिन भारत में इस प्रकार व्यस्था बनाया गया है कि तुम खाओ या नहीं पर हमें खिलाओ।
Malasiya
Unemployment in Malaysia - 3.32%
Poverty in Malasiya - 0.6%
Health expenditure of Malasiya - 6.24% of GDP
Malasiya ने अपने देश में न्यूनतम जरूरत के चीजों पर Tax लगाया ही नहीं है। जैसे कि 200 unit electricity bill , Toll tax , Transport service charge और Health service
अब सोचिये की इतने विकसित आर विकासशील देश अगर इतनी अच्छी सुविधा विकसित कर लेने के बावजूद भारत से काफी कम Tax वसूल कर रहे हैं तो क्या भारत सरकार के Tax को इतना बढ़ा देना किसी प्रकार से उचित है?
तत्कालित GST की नुकसान
बेरोजगारी
भुखमरी
स्वास्थ्य सेवाओं में कमी
अर्थव्यस्था का निरन्तर गिरना
छोटे उद्योग का ह्वास
पैसों का केंद्रीकरण
ये महज कुछ उदाहरण है अगर आप और भी मंथन करेंगे तो इसके कई अमानवीय रूपों का पता चलेगा।